बिहार के पशु और मत्स्य पालन मंत्री पशुपति कुमार पारस ने शनिवार को करीब 140 अवैध बूचड़खानों को बंद करने की बात कही हैं। बिहार के मंत्री ने कहा, ‘मैंने डिपार्टमेंट के सचिव से राज्य के सभी बूचड़खानों की रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। इनमें लाइसेंस वाले और अवैध बूचड़खानों को शामिल किया जाएगा। रिपोर्ट और नियमों के आधार पर सभी अवैध बूचड़खाने बंद करने की बात कही।’
बताया जा रहा है कि नियमों के मुताबिक, सिफ्र दो ही बूचड़खाने ही वैध हैं, जिनमें एक ‘अरारिया’ जिले में और दूसरा फारबिसगंज में है। डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने भी इस बात का दावा किया है कि राज्य में सिर्फ दो बूचड़खानों के पास ही लाइसेंस है। अवैध बूचड़खानों की सबसे ज्यादा संख्या सीमांचल इलाके में है, जिसमें कासगंज और पुरनिया भी आते हैं। पटना जिले में भी करीब दो दर्जन से ज्यादा अवैध बूचड़खाने हैं। बूचड़खानों के लिए लाइसेंस स्थानीय नगर निगम जारी करती है।