श्रीनगर- बडगाम संसदीय सीट के 38 मतदान केंद्रों पर गुरुवार को पुनर्मतदान के शुरुआती छह घंटों में सिर्फ 519 वोट ही पड़े हैं। जबकि पूरे चुनाव के दौरान केवल 702 वोट ही डाले गए। 38 मतदान केंद्र पर हुए मतदान में 2.02 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई है। इस सीट पर रविवार को हुए उपचुनाव में अभूतपूर्व हिंसा देखने को मिली थी। इसके बाद 38 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान का आदेश चुनाव आयोग ने दिया था। प्रशासन ने रविवार को हुई हिंसा को ध्यान में रखते हुए बडगाम जिले में हो रहे पुनर्मतदान में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 20,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं। सुरक्षा-व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य पुलिस और अर्धसैनिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान तैनात किए गए हैं। प्रशासन ने पुनर्मतदान वाले क्षेत्रों में कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगा दिए हैं।
मतदान के दौरान दर्जनभर मोबाइल बंकर वाहनों ने अतिरिक्त सुरक्षा-व्यवस्था मुहैया कराई। राज्य पुलिस और सीआरपीएफ के शीर्ष अधिकारी कानून एवं व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं। जिले के 38 मतदान केंद्रों पर कुल 35,619 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने में सक्षम हैं जबकि दोपहर एक बजे तक सिर्फ 519 मतदाताओं ने ही मतदान किया।
J&K: 2.02% voting recorded in Budgam where re-polling took place for Srinagar Lok Sabha bypoll at 38 polling stations . pic.twitter.com/E41eKO0wA3
— ANI (@ANI_news) April 13, 2017
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “सुरक्षाबलों की शीर्ष प्राथमिकता शांतिपूर्ण ढंग से पुनर्मतदान की प्रक्रिया सुनिश्चित करना है और लोकतांत्रिक ढंग से अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले मतदाताओं को सुरक्षा प्रदान कराना है।” अलगाववादियों ने चुनावों का बहिष्कार किया है और गुरुवार को जिन क्षेत्रों में पुनर्मतदान हो रहा है वहां के लोगों को अपने घरों से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी है।
श्रीनगर, गांदरबल और बडगाम जिलों में नौ अप्रैल को हुए चुनाव में सिर्फ सात फीसदी ही मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए बाहर निकले थे। निर्वाचन आयोग ने हिंसा की वजह से दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग संसदीय क्षेत्र के लिए 12 अप्रैल को पूर्व निर्धारित उपचुनाव स्थगित करते हुए इसे 25 मई को कराने का निर्देश दिया है। चुनाव टाले जाने को लेकर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने विरोध भी जताया। वहीं, राज्य की सत्ताधारी पार्टी पीडीपी वोटिंग टाले जाने के पक्ष में थी।