दोपहर करीब 1 बजे बजरंग दल के 30-35 लोग आए पहले आते ही उन्होंने रेणु गुलाटी से मारपीट की फिर बंदूक की नोक पर अख्तर को फोन करने को कहा डरी-सहमी रेणु ने फोन कर अख्तर को अपने घर बुलाया। अख्तर के वहां पहुंचते ही बजरंग दल के लोगों ने उसे जमकर पीटना शुरु कर दिया ।
ये सब देखकर पड़ोसी ने पुलिस को फोन किया लेकिन पुलिस को वहां पहुंचने में ही 30 मिनट लगे पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने से पहले ही बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके से फरार हो गए।
पुलिस बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को ले जाने के बजाय पुलिस स्टेशन में रेणु गुलाटी को ले गई और पूरी रात उसे थाने में बैठाए रखा।
पुलिस स्टेशन में रेणु से अख्तर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने का दबाव बनाया गया, लेकिन रेणु ने ऐसा करने से बिल्कुल मना कर दिया।
पुलिस थाने में पंकज ने स्वीकार कर लिया कि उसने बजरंग दल को मदद के लिए बुलाया था। उसने कहा.”हाँ मैंने उन्हें अपनी शादी बचाने के लिए बुलाया था क्योकि मेरी पत्नी मुझे अख्तर की वजह से धोखा देने के चक्कर में थी।
इंडिया टुडे की खबर के अनुसार, रेणु और अख्तर दोनों ने किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है। अख्तर ने कहा, “उसने मुझे परेशानी में कॉल की और क्योंकि वो मेरी सहयोगी है मैं उसकी मदद करने के लिए चला गया।
पुलिस ने इन तीनों का एक लिखित बयान ले लिया है। लेकिन बजरंग दल के गुंडों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया है।
इस घटना के बाद रेणु ने स्पष्ट कर दिया कि वह अपने पति के साथ नही रहेगी।बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उसे और अख्तर को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है।