जिसके बाद से माकपा राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा और विधानसभा में वाममोर्चा विधायक दल के नेता सुजन चक्रर्ती ने आरोप लगाया कि यदि नोट बंद की घोषणा गुप्त रखा गई थी तो बंगाल भाजपा ने ठीक पहले भारी राशी बैंक में कैसे जमा कराई।
वहीं सीपीआईएम के वरिष्ठ नेता रबिन देव ने कहा, पश्चिम बंगाल की बीजेपी इकाई ने प्रधानमंत्री की घोषणा से एक घंटे पहले मंगलवार को कोलकाता के एक बैंक में एक करोड़ रुपये जमा कराए हैं। केन्द्र सरकार के इस कदम से पश्चिम बंगाल में हो रहे उप चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश की गई है क्योंकि चुनाव खर्च के लिए अब बीजेपी के सिवा किसी भी पार्टी के पास पैसे नहीं हैं।
वहीं वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने भी इस मु्द्दे पर ट्वीट करते हुए निशाना साधा। उन्होंने बैंक ट्रांजेक्शन से जुड़ा एक दस्तावेज ट्वीट करते हुए कहा, ‘यह इंडियन बैंक की सेंट्रल एवन्यू ब्रांच में मौजूद पश्चिम बंगाल बीजेपी का सिर्फ एक अकाउंट है जिसमें पीएम के भाषण के कुछ घंटों पहले, 1000 के नोटों के रूप में एक करोड़ रुपए जमा कराए गए।’
This is just 1 Acct of WB BJP in Central Ave,Kolkata branch of Indian Bank where cash dep of 1Cr is made in 1K notes,hours before PM speech! pic.twitter.com/tQ7M1RO8fm
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) November 11, 2016