पीएम नरेंद्र मोदी की 500-1000 नोट को बंद करने की घोषणा से ठीक आठ दिन पहले पश्चिम बंगाल BJP की ओर से एक राष्ट्रीय बैंक में 3 करोड़ रुपए जमा कराने को लेकर, विवादों में घिर गई है बीजेपी। इस पर माकपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने अपने मुखपत्र गणशक्ति में भाजपा पर हमला बोला। मुखपत्र में शुक्रवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में हमला बोलते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मंगलवार रात आठ बजे 500 व 1000 रुपये के नोट बंद किए जाने की घोषणा से ठीक पहले बंगाल की भाजपा इकाई को इसकी जानकारी थी। उन्होंने दावा किया है कि घोषणा से ठीक पहले प्रदेश भाजपा इकाई ने अपने खाता में एक करोड़ रुपये नकद जमा करवा दिए। इतना ही नहीं रिपोर्ट में बकायदा खाता संख्या भी दी गई है। रिपोर्ट में लिखा है कि बीजेपी ने 8 नवंबर को 60 लाख रुपये जमा करवाए और फिर 40 लाख रुपये। यह सारा पैसा 500 और 1000 के नोट की गड्डियों में था। पहला डिपॉजिट भारतीय जनता पार्टी, पश्चिम बंगाल के सेविंग्स अकाउंट (554510034) में दोपहर के वक्त किया गया, जबकि दूसरा डिपॉजिट शाम 8 बजे किया गया। हालांकि, यह साफ नहीं है कि आखिर बैंक 8 बजे तक कैसे खुला था।
इसी रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि भारतीय जनता पार्टी के ही एक दूसरे अकाउंट में 1 नवंबर को 75 लाख रुपये और 5 नवंबर को 1.25 करोड़ रुपये जमा कराए गए थे। सीपीएम के प्रदेश सचिव सुर्जया कांत मिश्रा ने कहा, ‘यह संभव है कि बीजेपी के लोगों को नोट बैन के बारे में पहले से पता था, तभी उन्होंने पूरे देश में बड़ी राशि बैंकों में जमा करवा कर अपना काला धन सफेद कर लिया।’