दिल्ली
पुरानी दिल्ली स्थित पक्षियों के धर्मार्थ चिकित्सालय का कहना है कि राजधानी के विभिन्न हिस्सों से आज कम से कम 200 पक्षियों के घायल होने का मामला आया है और इनमें से कई पतंग के मांझे से जख्मी हुए हैं।
चांदनी चौक में दिगंबर जैन लाल मंदिर के पीछे स्थित करीब 60 साल पुराने पक्षियों के धर्मार्थ चिकित्सालय का कहना है कि कल तक घायल पक्षियों की संख्या बढ़कर 1,200-1,300 होने की आशंका है।
राजधानी में 13-15 अगस्त के बीच करीब 500 पक्षियों के घायल होने की सूचना है। स्वतंत्रता दिवस के दिन दिल्ली में पतंगबाजी लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है और उसे उड़ाने के लिए प्रयुक्त मांझे से कई पक्षी घायल होते हैं।
राजधानी दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के दिन मांझे से गला कटने के कारण दो बच्चों और एक युवक की मौत होने के बाद दिल्ली सरकार ने कल सीसे की परत चढ़े हुए मांझे पर रोक लगा दी।
पक्षी अस्पताल के मालिक और प्रबंधक सुनील जैन ने कहा, ‘‘यह अच्छा है कि उन्होंने सरकार कम से कम मांझे पर प्रतिबंध लगा दिया है। लेकिन पक्षी साधारण धागों से भी चोटिल हो जाते हैं। पतंगबाजी पर थोड़ा नियंत्रण होना चाहिए।हमें इन जीवों के प्रति भी संवेदनशील होना होगा।’’ उन्होंने कहा कि ज्यादातर घायल पक्षी कबूतर हैं, लेकिन हमारे पास ‘‘तोता, चील और बाज के मामले भी आए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम हमारे पास 250 मामले आए थे। संख्या बढ़ने की आंशका है.. कल तक यह 1,200-1,300 तक पहुंच सकती है।’’