भाजपा से निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह को मऊ जेल से जमानत मिल गई है। उन्हें 50 हजार के निजी मुचलके पर कोर्ट ने जमानत दी है। दयाशंकर को बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द कहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दयाशंकर सिंह जुलाई महीने में ही यूपी बीजेपी के उपाध्यक्ष बनाए गए थे। इसके कुछ दिन बाद उन्होंने एक विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने कथित तौर पर मायावती की तुलना वेश्या से की थी। इसके बाद, मायावती ने यह मामला राज्यसभा में उठाया। बीजेपी तुरंत बैकफुट पर आ गई। सदन में जेटली ने निजी तौर पर दुख जताया था।
पार्टी ने पहले दयाशंकर को सस्पेंड किया और बाद में छह साल के लिए बाहर का रास्ता भी दिया दिया। हालांकि, बसपा कार्यकर्ता इससे संतुष्ट नहीं हुए और वे प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर उतर आए थे। बसपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर दयाशंकर की पत्नी और बेटी के बारे में भद्दी टिप्पणी की थी। इसके बाद, दयाशंकर की पत्नी ने मायावती और बसपा के कुछ अन्य नेताओं के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराते हुए गिरफ्तारी की मांग की थी। बीजेपी भी बसपा के खिलाफ सड़कों पर उतर आई और जमकर प्रदर्शन किया था।