आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का सदस्य बुरहान वानी इसी क्षेत्र का रहने वाला था। दरअसल सुरक्षों बलों को यहां एक मकान में हिजबुल मुजाहिदीन के चार-पांच आतंकियों के छुपे होने की सूचना मिली थी। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि इस सूचना के आधार पर सेना ने इलाके में तलाशी अभियान चलाया था। शाम को सुरक्षा बलों ने जब मकान को घेर लिया, तो इससे बौखलाए आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका सुरक्षा बलों ने जवाब दिया और दोनों तरफ से भारी गोलीबारी शुरू हो गई। सुरक्षा बलों ने इस ऑपरेशन में मकान का आधा हिस्सा गिरा दिया, लेकिन उग्रवादी तब भी उन पर गोलियां चला रहे थे।
इससे पहले सूत्रों ने बताया कि इस मुठभेड़ के बाद एक पाकिस्तानी आतंकी का शव बरामद हुआ है, जबकि अन्य आतंकियों की तलाश जारी है। उन्होंने कहा कि मुठभेड़ स्थल पर प्रदर्शनकारियों के जमा होने के कारण इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इन प्रदर्शनकारियों ने सीआरपीएफ के एक जवान की राइफल छीन ली थी। भीड़ को खदेड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। इन झड़पों में सीआरपीएफ और पुलिस के सात जवानों सहित करीब 25 लोग जख्मी हो गए।