उत्तर पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त मिलिंद डुंबरे ने बताया कि 9 अक्टूबर को एक होम्योपैथी महिला डॉक्टर ने शिकायत की। महिला ने बताया कि वह तलाकशुदा है। उसने अपना मेट्रिमोनियल साइट पर शादी के लिए प्रोफाइल रजिस्टर किया हुआ है। इस दौरान वह आरोपी मनीष के संपर्क में आई। आरोपी ने उसके ई-मेल पर अपना आकर्षक बायो डाटा भेजा। जिसमें उसने खुद को लोहे का कारोबारी बताया। इसके दोनों की कई बार वाट्सअप पर बातचीत होने लगी। आरोपी महिला को शादीशुदा जिंदगी के खुबसूरत सपने दिखाने लगा। एक दिन महिला को फोन करके आरोपी ने कहा कि उसका पर्स, डायमंड रिंग और क्रेडिट कार्ड खो गया है। उसे तुरंत पैसों की जरूरत है। महिला ने उस पर विश्वास कर उसके खाते में 50 हजार रुपये नकद और 25 हजार रुपए अपने खाते से आनलाइन भेज दिए। इसके बाद आरोपी ने महिला फोन उठाना बंद कर दिया। महिला ने उसकी जानकारी निकाली तो आरोपी शादीशुदा और दो लड़कियों का पिता निकला। साथ ही उसके द्वारा बायो डाटा में दी गई जानकारी भी झूठी निकली।
महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने एक टीम का गठन किया। जांच के दौरान आरोपी के पते भी फर्जी निकले। जिसके बाद पुलिस ने गुप्त सूचना पर आरोपी को अशोक विहार से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उसके मोबाइल में मिले नंबरों के आधार पर यह पता करने का प्रयास कर रही है कि उसने अब तक कितने लोगों को ठगा है।