शाहपुर में रहने वाले शोएब की शनिवार को शादी थी, लेकिन रुपयों की मजबूरी ने उसे बैंक की लाइन में लाकर खड़ा कर दिया। वह दूसरे लोगों की अपेक्षा कुछ ज्यादा हताश था। शाम को शादी होने की वजह से उसे घर जाने की भी जल्दी थी। दोपहर तक उसे लाइन में ही खड़ा होना पड़ा। हालांकि वह थोड़ा सा भाग्यशाली था कि उसे तीन बजे नंबर आने पर पैसे मिल गए नहीं तो एक घंटे बाद ही रिजर्व बैंक ने अपना गेट भी बंद कर दिया। घर आते ही उसने टेंट और कैटरर्स वालों को थोड़े पैसे दिये और अपनी शादी का इंतजाम किया।
500 और 1000 की करंसी बैन के बाद पुराने नोट बदलने और उन्हें जमा कराने में अफरातफरी मची है। हालात बदतर हो गए हैं। बैंकों के बाहर की बंपर भीड़ और बंद पड़े एटीएम ने समस्या को और गंभीर कर दिया है। देश के कई इलाकों में आपस में झगड़ा-लूटपाट की घटनाएं बढ़ी हैं। माहौल ऐसा है कि अफवाहें भी तूफान का रूप ले रही हैं। इस डेडली कॉम्बिनेशन से आम लोगों को काफी मुश्किल झेलनी पड़ रही हैं।