सूरत के पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा ने कह कि हमने इस सिलसिले में 12 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। उनके विरोध प्रदर्शन की योजना की हमें कोई जानकारी नहीं थी। हम उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।
हालांकि घटना के बाद प्रभु ने कार्यक्रमों में हिस्सा लिया जिनमें एसजीसीसीआई के सदस्यों को उनका संबोधन और एक डिजीधन मेला शाल थे। रेल मंत्री ने टि्वटर पर लिखा कि उन्होंने गुजरात में पुल के नीचे 35 सड़कों के निर्माण की आधारशिला रखी और ‘पूरे गुजरात में कई बुनियादी ढांचे, यात्री सुविधाओं को सूरत में’ देश को समर्पित किया।
गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि वे भाजपा की ‘जन विरोधी नीतियों एवं गुजरात के प्रति केंद्र की उदासीनता’ के खिलाफ इस तरह का विरोध प्रदर्शन करना जारी रखेंगे। प्रभु की अगवानी के लिए शहर में मौजूद केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला ने विरोध प्रदर्शन के तरीके की आलोचना करते हुए कहा कि लोगों को पार्टी राजनीति से ऊपर उठना चाहिए और कांग्रेस को नकारात्मकता में शामिल होने के लिए जाना जाता है।