भट्ट ने यह भी धमकी दी कि वह इम्तियाज के घर को आग लगा देंगे। उन्होंने इसके लिए बकायदा प्रेस नोट भी जारी किया। घर जलाने की धमकी देने के बाद भी जामनगर बी-डिविजन पुलिस ने भट्ट को हिसारत में लेकर कुछ देर में छोड़ दिया। सूत्रों के मुताबिक भट्ट खुद भी एक वकील हैं और बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद् के करीबी भी हैं। इस बारे में इम्तियाज से संपर्क नहीं हो सका है। आपको बता दें कि 27 फरवरी को गुजरात के आतंक विरोधी दस्ते (एटीएस) ने भावनगर से दो भाइयों को गिरफ्तार किया था, जो कथित रूप से आतंकी संगठन इस्लामिक के समर्थन से सुरेंद्रनगर के एक मंदिर में हमले करने की प्लानिंग कर रहे थे।
इन दोनों के पिता सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी से रिटायर हो चुके हैं और जिला स्तर के क्रिकेट अंपायर भी रह चुके हैं। उनके मुताबिक कि उनके दोनों बेटों ने बीसीए की हुई है। उनका एक बेटा ग्राफिक्स डिजाइनर तो दूसरा भावनगर में कबाड़ खरीदने-बेचने का काम करता था। एटीएस के अधिकारियों ने कहा था कि वसीम रामोदिया और नईम रामोदिया को एक अनजान आईएस हैंडलर गाइड कर रहा था, जिसके साथ मिलकर वह कथित रूप से हमले करने की साजिश रच रहे थे। इन दोनों को उनके भावनगर और राजकोट स्थित घरों से पकड़ा गया था ।