बिहार में नीतीश कुमार ने महागठबंधन तोड़ बीजेपी के साथ मिलकर सरकार तो बना ली, लेकिन अपनी ही पार्टी के नेताओं को वह अब तक मनाने में सफल नहीं हो पाए हैं। नीतीश के फैसले से नाखुश बिहार में महागठबंधन तोड़ बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने पर जेडीयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने सोमवार को इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ते हुए पहली बार बयान दिया।
सोमवार को संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत में शरद यादव ने कहा, ‘जो परिस्थिति है, वह अप्रिय है। देश की, बिहार की 11 करोड़ जनता के लिए यह ठीक नहीं है। बिहार में जो फैसला हुआ मैं उससे सहमत नहीं हूं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। लोगों ने जनादेश इसलिए नहीं दिया था।’ शरद यादव के इस बयान से यह स्पष्ट हो रहा हैं कि वे अभी भी नाराज हैं|