Use your ← → (arrow) keys to browse
मोदी के बारे में उनकी यह टिप्पणी कई श्रोताओं को नागवार गुजरी और वह मोदी के पक्ष में नारे लगाते हुए कन्हैया को हूट करने लगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या जेएनयू में नौ फरवरी को हुई नारेबारजी देशद्रोह है, कन्हैया ने कहा, ‘‘नारेबाजी देशद्रोह नहीं है? कोई भी गतिविधि जो देश को तोड़े या ऐसा करने का प्रयास करे, देशद्रोह है। नारे कभी देश नहीं तोड़ते…….. और भारत इतना कमजोर नहीं है कि वह किसी के नारों से विभाजित हो जाएगा या टुकड़ों में बंट जाएगा।’’
Use your ← → (arrow) keys to browse