हालांकि जेएनयू प्रशासन के एक अधिकारी का कहना है कि इस सभा के लिए जेएनयू प्रशासन से छात्रसंघ ने किसी तरह की अनुमति नहीं ली है। जेएनयू के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि नजीब जेएनयू का छात्र है और हम उसे ढूंढने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। लेकिन कुछ लोग नजीब के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। सवाल है कि जब दिल्ली पुलिस, जेएनयू प्रशासन नजीब को ढूंढने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है ऐसे में राजनीति करने वालों से पूछना चाहिए उन्होंने नजीब को ढूंढने के लिए क्या किया। उधर जेएनयू छात्र संघ के पूर्व संयुक्त सचिव और एबीवीपी के नेता सौरभ कुमार शर्मा ने कैंपस में नेताओं के आने पर सवाल उठाया है। इस मामले पर पूरी तरह से राजनीति हो रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने नजीब के परिवार के साथ जेएनयू के छात्र नेता भी गए थे। मणिशंकर अय्यर जैसे नेता और निवेदिता मेनन जैसे जेएनयू के प्रोफेसर लगातार पाकिस्तान के पक्ष में राग अलापते हैं। ताज्जुब इस बात पर भी है कि मेहमानों की सूची से राहुल गांधी का नाम गायब क्यों है?