प्रतीक यादव लड़ने वाले थे 2014 लोकसभा चुनाव
2012 में सपा कार्यकर्ताओं ने प्रतीक को 2014 के लोकसभा चुनावों के लिए आजमगढ़ से टिकट देने की मांग की थी। बताया जाता है कि इसके पीछे उनकी मां साधना गुप्ता और चाचा शिवपाल यादव का हाथ था। प्रतीक ने खुद कभी राजनीति में आने की इच्छा जाहिर नहीं की। हालांकि उनकी पत्नी अपर्णा कई बार राजनीतिक मंचों पर नजर आईं। एक बार तो उनके बीजेपी के साथ जाने की भी खबरें आई थीं। अपर्णा को अगले साल होने वाले चुनावों के लिए लखनऊ कैंट से टिकट दिया गया है। वे नरेंद्र मोदी की भी तारीफ कर चुकी हैं।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अपर्णा को टिकट देकर खुश करने का प्रयास किया गया है। यादव परिवार के बाकी सदस्यों को जहां सुरक्षित सीटों से उतारा गया था। वहीं अपर्णा को जिस सीट से टिकट मिला है वह सपा के लिए चुनौतीपूर्ण सीट है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रह चुकीं और अब भाजपा की सदस्य रीता बहुगुणा जोशी यहां से विधायक हैं। इस सीट पर ब्राह्मण, वैश्य और दलितों का दबदबा है। पिछले चुनाव में यहां पर सपा चौथे नंबर पर रही थी। सपा यहां कभी नहीं जीती है।