गाजियाबाद : बीफ़ पर प्रतिबंध और अवैध बूचड़खाने बंद किए जाने के मसले पर मुस्लिम समजा का एक बड़ा वर्ग सीएम योगी आदित्यनाथ का समर्थन कर रहा है। मुस्लिम बुद्धिजीवी इसे एक नए बदलाव के तौर पर देख रहे हैं, जिसका लाभ आने वाले समय में पूरे देश और देशवासियों को मिलेगा।आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की केंद्र सरकार से बीफ़ और गोहत्या पर कठोर कानून बनाने की अपील का हिंदू संगठनों से ज्यादा समर्थन मुस्लिम समाज कर रहा है। पूर्व शहर इमाम (गाजियाबाद) डा.केजैड बुखारी ने बीफ़ और गोकशी पर सख्त प्रतिबंध की शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की मांग का खुलकर समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि गोकशी रुकने पर भाईचार बढ़ेगा और समाज में शांति कायम होगी। उनका कहना है कि एक दूसरे के मजहब के रीति रिवाज और धार्मिक मान्यता वाली चीजों का सम्मान किया ही जाना चाहिए। डा.बुखारी का कहना है कि मोदी, योगी व भाजपा के नाम पर गैरभाजपाई दल खासतौर पर कांग्रेस मुसलमानों को डराती रही है। कुछ लोग यूपी में अशांति पैदा करने की कोशिश में लगे हैं। उन पर सख्त नजर रखने की जरूरत है।
गाजियाबाद के ही तैय्यब कुरैशी लंबे समय से गोरक्षा के लिए काम कर रहे हैं। वह गोरक्षा प्रकोष्ठ मुस्लिम मंच के मार्गदर्शक भी हैं। गोहत्या पर रोक लगाने के लिए कानून बनाने की मांग का वह समर्थन करते हैं। साथ ही कहते हैं कि जब तक मशीनी कत्लखाने चलते रहेंगे, गोकशी पर रोक लगना संदिग्ध है। तैय्यब कुरैशी ये भी कहते हैं कि ईमानदारी से गोकशी पर रोक तभी लग पाएगी जबकि सरकार भी अपनी नीयत साफ रखेगी।
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