जब नहीं मिला इंसाफ तो चुना मौत का रास्ता

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कौशाम्बी। भले ही अखिलेश यादव सूबे में दुरुस्त कानून व्यवस्ता के बड़े-बड़े दावे पेश करते हों लेकिन उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी में हुई एक घटना ने सीएम के दावों की कलई खोल दी। यहां सपा नेता और मंझनपुर ब्लाक प्रमुख हरिमोहन यादव से परेशान एक गरीब और विकलांग शख्स ने कलेक्ट्रेट ऑफिस के सामने जान देने की कोशिश की। लेकिन वहाँ मौजूद गार्डस ने उन्हें बचा लिया। दरअसल बाबू लाल दोनों पैरों से अपंग हैं और दो साल से अपनी जमीन पाने केलिए दर-दर भटक रहे हैं। बाबू लाल जिला अधिकारी और पुलिस अधिकारी से लेकर सीएम ऑफिस तक के चक्कर लगा चुके हैं पर उन्हें इंसाफ नहीं मिल रहा।
बाबू लाल का आरोप है की दो साल पहले सपा नेता हरिमोहन सिंह ने बंदूक की नोंक पर उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया था। तब से वो तमाम आला अधिकारियों से इंसाफ की गुहार लगा चुके हैं पर कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार सिस्टम से थक चुके बाबू लाल ने हार मान ली और खुद को खत्म करने का फैसला किया। फिलहाल इस मामले पर प्रभारी जिला अधिकारी, श्रीकृष्ण यादव ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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