प्रणब मुखर्जी ने क्यों कहा ‘मैं दिल से गुजराती हूं’

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प्रणब मुखर्जी

अंकलेश्वर (गुजरात):भाषा: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि वह महसूस करते हैं कि वह दिल से गुजराती हैं, यद्यपि वह स्थानीय भाषा नहीं बोल सकते। गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर आये मुखर्जी ने कहा कि वह पूर्व में राज्य से राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं गुजरात के लिए इस मायने से नया नहीं हूं कि मुझे इसका मौका मिला..उन्होंने (राजनीतिक नेताओं) गुजरात से छह वर्ष की अवधि के लिए राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने में मेरी मदद की..इस तरह से मैं एक गुजराती होने का दावा कर सकता हूं लेकिन दुर्भाग्य से मैं (गुजराती भाषा) बोल नहीं सकता।’’ उन्होंने यहां भरूच जिले में सरदार पटेल मल्टीस्पेशिएलिटी एंड हार्ट हास्पिटल का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘‘मैं इसका दावा नहीं कर रहा हूं लेकिन फिर भी मैं दिल से गुजराती हूं।’’ इससे पहले उन्होने भरूच में जीर्णोद्धार किये गए ‘सेवाश्रम’ अस्पताल का दौरा किया तथा महात्मा गांधी एवं सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमाओं का अनावरण किया।

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राष्ट्रपति ने ‘‘भारत और गुजरात के दो महान सपूतों’’ की प्रशंसा की कि उन्होंने न केवल देश की स्वतंत्रता सुनिश्चित की बल्कि उसके भविष्य के लिए एक मजबूत नींव भी रखी। उन्होंने भरूच में पहले सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल का सपना साकार करने के लिए कांग्रेस सांसद अहमद पटेल की प्रशंसा की और उनके कार्य को ‘‘नेक’’ बताया।

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