नायडू के फोन के बाद राष्ट्रपति उम्मीदवार तय करने के लिए बनी विपक्षी उप-कमिटी की बैठक बेनतीजा खत्म हुई। सीनियर कांग्रेसी लीडर गुलाम नबी आजाद ने मीटिंग के बाद कहा, ‘किसी भी नाम पर चर्चा नहीं हुई। आज की बैठक शुरुआती कोशिश थी। बीजेपी ने एक तीन सदस्यीय ग्रुप बनाया है। चूंकि उन्होंने हमसे संपर्क किया है, इसलिए अभी फाइनल कैंडिडेट चुनना मुमकिन नहीं है।’ उन्होंने कहा कि विपक्ष की 10 सदस्यीय समिति किसी योग्य उम्मीदवार का नाम तय करने के लिए फिर बैठक करेगी । बहरहाल, उन्होंने कोई समयसीमा नहीं दी। बता दें कि विपक्ष की मीटिंग में कांग्रेस, डीएमके, सीपीएम, एसपी, बीएसपी, आरजेडी, जेडीयू, टीएमसी और एनसीपी के प्रतिनिधि शामिल हुए। मीटिंग करीब एक घंटे चली।
सूत्रों ने बताया कि मीटिंग में येचुरी और आजाद के बीच बहस भी हुई। जहां आजाद और अधिकतर नेता सरकार के कदम का इंतजार करने के पक्ष में थे, वहीं येचुरी चाहते थे कि राष्ट्रपति पद के लिए मुकाबला हो। उन्होंने जोर दिया कि विपक्ष को पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी को उम्मीदवार बना देना चाहिए। येचुरी की राय थी कि इस राष्ट्रपति चुनाव को गांधी बनाम गोडसे, सेक्युलर बनाम कम्युनल की लड़ाई बनाया जाए। येचुरी ने बातचीत में कहा, ‘हां, मुझे वेंकैया नायडू ने कॉल किया था। उन्होंने कहा कि वह मुझसे शुक्रवार को मिलेंगे। जहां तक हमारा सवाल है, हम राजनीतिक लड़ाई चाहते हैं।’