कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक यह खाट 10 रुपये प्रति दिन के किराये पर आई थी। वहीं, इसे तैयार करने में करीब एक हजार रुपये की लागत वेंडर ने बताई थी, जोकि टूटने या चोरी होने पर हर्जाने की रकम थी। बताया जाता है कि करीब 4800 खाट किसान सभा के बाद ले गए और करीब 4600 खाट सभा के दौरान टूट गईं। इस तरह 9000 से 5000 खाटें बुक की थीं, 9000 का हर्जाना भरा। ज्यादा खाटों का मुआवजा कांग्रेस को वेंडर को देना पड़ा।
4500 से ज्यादा खाट टूटीं
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने देवरिया से दिल्ली किसान यात्रा के दौरान 26 खाट सभाएं कीं। इसमें तीन जगह को छोड़कर बाकी सभी 23 जगहों पर औसतन 200 खाट क्षतिग्रस्त हुईं। उन्होंने बताया कि ऐसे में करीब 4500 से ज्यादा खाट क्षतिग्रस्त हो गईं। कांग्रेस का प्लान था कि पूरी यात्रा में 5000 खाटों का इस्तेमाल होगा। लेकिन बताया जाता है कि तकरीबन 15000 खाटों का इस्तेमाल इसमें हुआ।