सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि सहकारी बैंकों और सहकारी समितियों पर रुपयों के लेन-देन की लगी रोक नहीं हटाई गई तो किसानों को बर्बादी ही मिलेगी।
शिवपाल नें कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा 500 और 1000 रूपए के नोट बंद करने आदेश से किसान परेशान है। किसानों के पास खाद,बीज तथा अन्य सामान खरीदने के लिए पैसा नहीं है। किसानों का लेन देन सहकारी बैंकों और संस्थाओं द्वारा किया जाता रहा है। केन्द्र सरकार ने इन पर रोक लगा दी है।यादव ने कहा कि यदि सहकारी बैंकों और संस्थाओं पर लगी रोक नहीं हटाने से किसान बर्बाद हो जाएगा। किसान ही बर्बाद हुआ तो देश में भुखमरी फैल जाएगी। जिला सहकारी बैंकों और सहकारी समितियों से रोक न हटने पर इन पर कार्यरत कर्मचारी भी बेरोजगार हो जाएंगे।
किसान को दी छूट मात्र एक झुनझुना सपा प्रदेश अध्यक्ष ने यहां एक जारी बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो किसान को छूट दी है वह मात्र एक झुनझुना है। सरकारी दुकानों से बीज और खाद खरीदने की छूट दी गई है वह ना काफी है और ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। यादव ने कहा कि इफको और कृभको केन्द्र सरकार की संस्थाएं है। इनके द्वारा दिया गया सामान पीसीएफ के माध्यम से जिला सहकारी संस्थाओं तक पहुंचता है। संस्थाओं के माध्यम से बीज और खाद आदि सामान किसानों तक पहुंचता है। किसानों का पैसा जिला सहकारी बैंकों में होता है। इसके अलावा किसानों को खाद तथा बीज खरीदने के लिए सस्ते दरों पर जो रिण दिया जाता है। रिण जिला सहकारी बैंक देते हैं।
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