पूर्वी दिल्ली : वेलकम इलाके में शुक्रवार रात मदरसे से पत्थर चलने और मौलाना के साथ पुलिस के मारपीट की अफवाह के कारण उपद्रव हो गया। पुलिस पर पथराव भी हुआ। इस पर काबू करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने दंगा करने के आरोप में 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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जानकारी के मुताबिक वेलकम स्थित जनता कॉलोनी 65 फुटा रोड पर जामिया सुन्नी मरकज के नाम से मदरसा है, जिसमें नमाज भी होती है। मदरसे में मौलाना जाकिर हुसैन नूरी (45) और कारी हारून (40) बच्चों को पढ़ाते हैं, जबकि मदरसे के साथ बनी मस्जिद में अलाउद्दीन अल्वी (36) अजान कराते हैं। शुक्रवार रात पुलिस को सूचना मिली कि मदरसे से पत्थर फेंके जा रहे हैं। इस सूचना पर थाने से पुलिसकर्मी पहुंचे और अलाउद्दीन अल्वी को पूछताछ के लिए अपने साथ थाने ले गए। इसी दौरान अफवाह फैल गई कि पुलिस वालों ने अलाउद्दीन के साथ मारपीट की है। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग 65 फुटा रोड पर मदरसे के सामने इकट्ठा हो गए। उन्होंने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना मिलते ही वेलकम के साथ ही जाफराबाद और सीलमपुर थानों से भी पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। इसी दौरान पुलिस पर पथराव कर दिया गया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया।
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हंगामे के दौरान पुलिस मौके से छह युवकों को भी हिरासत में लेकर थाने पहुंच गई। लोगों की भीड़ थाने पहुंच गई। रात करीब 1:30 बजे लोगों के बढ़ते दबाव और इलाके के बिगड़ते हालात को देखते हुए मौलाना अलाउद्दीन और अन्य युवकों को थाने से छोड़ दिया गया।
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