मार्च महीने में हुए यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली भारी जीत के बाद पार्टी नेतृत्व ने सख्त छवि के नेता माने जाने वाले योगी आदित्यनाथ को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया। हालांकि यूपी के ताकतवर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी फ्री हैंड नहीं दिया गया है। योगी के ऊपर भी अंकुश लगाया गया है। हाल ही में हुए एक वाक्ये से इस बात का पता लगाया जा सकता है। कोमी कपूर के मुताबिक मार्च महीने में योगी आदित्यनाथ की ओर से मीडिया को बताया गया कि आईएएस अफसर अवनीश अवस्थी योगी के प्रधान सचिव (Principal Secretary) होंगे। हालांकि बाद में शशि प्रकाश गोयल को योगी का पीएस नियुक्त किया गया। अवनीश अवस्थी गोरखपुर जिले के डीएम के रूप में तैनात रह चुके हैं। इस योगी गोरखपुर के सांसद थे।
अगले महीने मीडिया को जानकारी दी गई कि आईआईटी से ग्रेजुएट अवस्थी जल्द ही योगी आदित्यनाथ के प्रधान सचिव का पद संभाल लेंगे। कहा गया है कि केंद्र सरकार की ओर से कार्य-मुक्त किए जाने के बाद अवस्थी प्रधान सचिव का पद संभालेंगे। वर्तमान में वह सामाजिक न्याय विभाग में ज्वाइंट सेक्रेटरी के पद पर तैनात हैं। हालांकि 19 मई को यूपी के आईएएस अफसर शशि प्रकाश गोयल को योगी आदित्यनाथ का प्रधान सचिव बना दिया गया। साल 2013 से केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय मंत्रालय में बतौर जॉइंट सेक्रेटरी के पद पर हैं। बताया जा रहा था कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने केंद्र से यूपी कैडर के आईएएस ऑफिसर अवनीश अवस्थी को अपने प्रमुख सचिव पद पर तैनाती के लिए केंद्र सरकार से मांग की थी।
योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 19 मई को सूबे के प्रशासनिक अमले में बड़ा फेरबदल करते हुए शशि प्रकाश गोयल को मुख्यमंत्री का प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया है। इसके अलावा गोयल के पास नागर विमानन, संपत्ति विभाग और प्रोटोकाल का प्रभार भी रहेगा। इससे पहले इस पद पर अवनीश अवस्थी को लाए जाने की चर्चा थी। सरकार ने बड़ा फेरबदल करते हुए 74 आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए थे। देबाशीष पंडा को प्रमुख सचिव (गृह) के पद से हटा दिया गया था और उनकी जगह प्रमुख सचिव (राजस्व) एवं राहत आयुक्त अरविन्द कुमार को नया प्रमुख सचिव (गृह) बनाया गया था। सरकार ने औरैया, गोण्डा, फैजाबाद, आजमगढ़, बलिया, चित्रकूट, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, कौशाम्बी और जौनपुर सहित कुछ जिलों के जिलाधिकारियों के भी तबादले किए थे।