बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी द्वारा यूपी चुनाव में मुसलमानों को टिकट न दिए जाने पर अजीब तर्क दिया है। आदित्यनाथ ने कहा है कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने यूपी विधानसभा चुनाव में मुस्लिमों को ज्यादा टिकट देकर असंतुलन पैदा कर दिया था। जिसको बीजेपी ने ठीक किया। एक अखबार ने योगी आदित्यनाथ से सवाल पूछा था कि यूपी में 19 प्रतिशत आबादी मुसलमानों की है लेकिन फिर भी बीजेपी ने किसी मुसलमान को टिकट नहीं दिया, क्या यह पार्टी के नारे ‘सबका साथ, सबका विकास’ से यह मेल खाता है? इसके जवाब में योगी ने कहा, ‘टिकट देना एक लंबा प्रोसेस है, इसको देने के लिए सिर्फ जिताऊ उम्मीदवार को चुना गया, किसी भी मुसलमान को टिकट ना देने को मुसलमान विरोधी के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। सपा और बसपा ने इतना असंतुलन पैदा कर दिया था, हमने तो सिर्फ उस असंतुलन को ठीक किया है। 2002 से यूपी का सीएम या तो कोई दलित है या फिर ओबीसी, क्या आपको ऐसा नहीं लगता कि किसी जनरल कैटेगरी वाले को भी मौका मिलना चाहिए। ‘
जब योगी आदित्यनाथ से पूछा गया कि अगर यूपी में भाजपा जीत जाती है तो उसका क्रेडिट किसको मिलेगा ? पार्टी के काम को या फिर सपा-बसपा द्वारा मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दी जाने की वजह से हिंदू ध्रुवीकरण हुआ उसको?