इसके बाद संजय को कई अंतरराष्ट्रीय कॉल्स भी आने लगे जिन्हें रोकने के लिए उन्होंने अपने सर्विस प्रोवाइडर से बातचीत की लेकिन उन्हें कॉल्स को ब्लॉक नहीं किया जा सका। आखिर में संजय को एक शख्स का कॉल आया जिसमें हैकर ने खुद को एक सिक्योरिटी ऑफिसर बताया। हैकर ने संजय को एक सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर उसे रन करने को कहा। सॉफ्टवेयर रन करने के बाद संजय का फोन बंद हो गया। इसके कुछ ही समय बाद जब संजय ने अपने बैंक से संपर्क किया तो उन्हें जानकारी मिली की उनके क्रेडिट कार्ड से 10 लाख रुपये की लेनदेन की गई है।
पुलिस भी लूट का ऐसा मामला देखकर हैरान है। बहरहाल शिकायत दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच हो रही है। पुलिस को शक है कि सॉफ्टवेयर के जरिए संजय के सिम को एक तरह से कॉपी कर लिया गया। हैकर को जरूर ऑनलाइन शॉपिंक के लिए ओटीपी मिला होगा जिससे उसने शॉपिंग की।
अगले पेज पर वीडियो में देखिए- कैसे काम करते हैं हैकर्स































































