लखनऊ: समाजवादी पार्टी नेता रविदास मेहरोत्रा ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उन्हीं पर गाज गिर जाएगी, वो भी ऐसे कि उनको कानोंकान खबर भी नहीं लगी. मंगलवार की सुबह लखनऊ सेंट्रल से उनका टिकट कटने और कांग्रेस के उम्मीदवार मारूफ खान के परचा भरने की ख़बरें मीडिया में सुर्खियां बन गयीं। आखिर चंद घंटो पहले ही तो रविदास टेलीविज़न कैमरों के आगे मुस्कुराते हुए इस गठबंधन के कसीदे पढ़ रहे थे और समाजवादी पार्टी में बागी तेवर दिखाने वालों को नसीहत दे रहे थे। रविदास ने सोमवार को कहा था कि कांग्रेस से गठबंधन के बाद प्रदेश में अखिलेश यादव की अगुवाई में फिर से सरकार बनने वाली है। मेहरोत्रा ने कहा था, ‘टिकट न मिलने से कुछ लोग नाराज हैं और पार्टी छोड़कर भी जा रहे हैं। लेकिन उनके पार्टी छोड़ने से सपा-कांग्रेस गठबंधन को कोई नुकसान नहीं होगा।’ उनको एहसास नहीं था कि 24 घंटों में उनके साथ भी यही होने वाला है।
चेहरे पर उड़ती हवाईयां छिपाते रविदास मेहरोत्रा जब मीडिया वालों से मुखातिब हुए तो उन्होंने दावा किया कि उनके टिकट काटने की खबरे गलत हैं और लखनऊ सेंट्रल से वही उम्मीदवार हैं। रविदास ने दावा किया कि खुद अखिलेश और राहुल ने रविवार को साझा रोड शो करके लाखों लोगों से उनके लिए वोट मांगे हैं इसलिए उनका टिकट काटने का कोई सवाल नहीं उठता ।
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