यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश के ड्रीम प्रोजेक्ट पर गाज़ गिर सकती है । उनका सपना खटाई में पड़ सकता है । वृंदावन के एक संत ने इसपर आप्ति जताई है । आइए आपको बताते है कि क्या है सीएम का ड्रीम प्रोजैक्ट और वृंदावन के लोग इससे खुश क्यों नहीं है ।
प्रदेश में एक बार फिर सपा सरकार की वापसी के लिए अखिलेश विकास कार्यो का सहारा ले रहे हैं । मुख्यमंत्री आये दिन किसी न किसी योजना परियोजना का शुभारंभ कर इसे सपा सरकार की उपलब्धि बता रहे हैं । लेकिन कान्हा की नगरी में संतों ने ही मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट पर कृपा को रोक दिया है । 178 करोड़ की यह योजना आधे में लटक गई है । मधुमंगल शुक्ला नामक स्थानीय व्यक्ति ने सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट को यमुना भक्तों के साथ छलावा बताया । उनका कहना है कि इस योजना से यमुना के प्रचीन घाटो का अस्तित्व ही ख़त्म हो जायेगा । वही सीवर की लाईन यमुना को प्रदूषित भी करेगी। मधुमंगल ने ये भी बताया कि शासन ने इतना बड़ी योजना बिना एएसआई की एनओसी के कैसे शुरु कर दी?
वृन्दावन में यमुना किनारे सौन्दर्यीकरण कार्य को लेकर चल रहे अखिलेश के ड्रीम प्रोजेक्ट को वृन्दावन के संत ने चुनौती दे डाली है। संत ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है । पुरातत्व विभाग से बिना एनओसी लिए इतने बड़े प्रोजेक्ट की शुरुआत अपने आप में ही बताती है कि अधिकारी या तो काम करने के नियम भूल गए है । वजह भले ही कुछ रही हो लेकिन सवाल यह है कि आखिर पैसे की बर्बादी क्यों और किसके लिए । इससे वृंदावन वालों को अपना भला नज़र नहीं आ रहा है ।