केंद्र सरकार का यह फैसला उत्तरप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी के लिए बड़ा सिरदर्द बन सकता है। अमित शाह ने इस समस्या के निदान के लिए आलाकमान को अवगत करवा लिया है। केंद्र की ओर से जल्द ही सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन मिला है। ख़बरों की माने तो बीजेपी आलाकमान के कई नेताओं ने बीजेपी सांसदों से वादा किया है कि वह विदेशों से गेंहू के आयात को नही होने देंगे। संभावना तो यह भी है कि यूपी के किसानों में इसको लेकर बढ़ी नाराजगी के बाद केंद्र सरकार फिर से गेंहू पर आयात शुल्क लगा सकती है। कुछ दिन पहले केंद्र सरकार ने देश में गेंहू की कमी को देखते हुए इसके आयात से 10 प्रतिशत की इम्पोर्ट ड्यूटी हटा दी थी।
गौरतलब है कि यूपी के किसान अगले दो महीनों में अपना गेहूं बाजार में लाएंगे। किसानों को डर है कि इस बार उनका गेंद कोई खरीदेगा भी या नही। पार्टी के कुछ किसान नेताओं ने सरकार को जानकारी दी कि एक माह के बाद मध्य प्रदेश से गेहूं बाजार में आने लगेगा। डेढ़ माह के अंदर पंजाब और हरियाणा का गेहूं भी बाजार में आ जाएगा। ऐसे में सरकार को किसानों का भारी विरोध सहना पड़ सकता है।