पत्रकारों से बात करते हुए योगी ने माना कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद कुछ सवाल खड़े हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाना हमारा कर्तव्य है। मैं मोदी जी के सबका साथ-सबका विकास अजेंडे में यकीन करता हूं।’ योगी ने यह भी कहा कि जश्न के नाम पर किसी तरह के हुड़दंग को वह बर्दाश्त नहीं करेंगे। योगी के चुनाव से BJP के कट्टर समर्थकों को सबसे ज्यादा अच्छा लगेगा। पार्टी के अंदर योगी के विरोधी अक्सर यह आरोप लगाते हैं कि उनकी पहुंच पूर्वी उत्तर प्रदेश के केवल 7-8 जिलों तक ही सीमित है, लेकिन इस बार चुनाव अभियान के समय योगी की पूरे प्रदेश में काफी मांग थी।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी नेतृत्व को अंदाजा है कि योगी को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद उनकी आलोचना होगी। हालांकि पार्टी आलाकमान को यह भरोसा है कि योगी द्वारा प्रदेश की कानून-व्यवस्था में सुधार किए जाने के बाद कई आलोचक शांत भी हो जांगे। माना जा रहा है कि योगी नौकरशाही पर दबाव बनाएंगे, ताकि वह प्रशासन और काम-काज बेहतर करें। आखिरकार 2019 के लोकसभा चुनाव में अब ढाई साल का ही तो समय बचा है। 2014 की तरह एक बार फिर BJP यहां अपने शानदार प्रदर्शन को दोहराना चाहेगी। और ऐसा करने के लिए आगे के ढाई साल पार्टी के लिए बेहद अहम हैं।