कांग्रेस और एसपी के इन दोनों वारिसों ने बीजेपी और उसके सांप्रदायिक अजेंडे के खिलाफ जंग का बिगुल बजा दिया है। राहुल ने पार्टी की विचारधारा में विश्वास रखने वाले हर शख्स का स्वागत किया तो अखिलेश ने कहा कि वह खुश हैं कि पार्टी के दिग्गज नेताओं का आशीर्वाद उनके साथ है। अखिलेश ने कहा कि संसद में वह और राहुल दोनों कॉलीग हैं लेकिन यह पहली बार है कि यूपी के लिए दोनों एकसाथ काम करेंगे।
युवा शक्ति पर जोर देते हुए अखिलेश यादव ने खुद को और राहुल गांधी को एक ही साइकल के दो पहिए बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का चुनाव चिह्न हाथ एसपी की साइकल को तेज दौड़ाने का काम करेंगे। दोनों ने एक-दूसरे को गले लगाया और राहुल ने गठबंधन के अवसरवादी होने की बातों को नकारते हुए कहा, ‘अखिलेश और मैं दोस्त हैं लेकिन यहां यह अलग बात है। हम दोनों यूपी के युवाओँ को नया रास्ता दिखाना चाहते हैं।’
बहन प्रियंका गांधी के यूपी में प्रचार के सवाल पर राहुल ने कहा, ‘वह मेरी बहन हैं और उनका पूरा समर्थन है। प्रचार का फैसला वह खुद करेंगी।’