शिवपाल यादव द्वारा चुनाव के बाद नई पार्टी बनाने के ऐलान पर रामगोपाल यादव ने हमला बोला है। बुधवार को इटावा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अखिलेश यादव के करीबी रामगोपाल यादव ने कहा कि शिवपाल के नई पार्टी बनाने का ऐलान समझ से परे है। दरअसल मंगलवार को शिवपाल यादव ने कहा था कि चुनाव खत्म होने पर 11 मार्च के बाद वह नई पार्टी का गठन करेंगे।
दैनिक जागरण की खबर के अनुसार, रामगोपाल यादव ने कहा कि शिवपाल के नई पार्टी के ऐलान से मतलब यह निकलता है कि अगर वह जसवंतनगर सीट से चुन लिए गए और नई पार्टी बनाते ही उनकी विधानसभा सदस्यता खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि वह इस बयान से सहमत नहीं हैं। इस तरह का बयान देना समझदारी की बात नहीं है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में शिवपाल ने इटावा की अपनी परंपरागत जसवंतनगर सीट से सपा के प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया है। इस बात पर भी निशाना साधते हुए रामगोपाल ने कहा कि फिर लोग उन्हें वोट क्यों देंगे जब वह दूसरी पार्टी बनाने की बात कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि नई पार्टी बनाना कोई आसान काम नहीं है। देश में हजारों की संख्या में पार्टियां हैं लेकिन किसी को 50 वोट तो किसी को 100 वोट मिलते हैं।





































































