उत्तरप्रदेश के सबसे बड़े सियासी कुनबे में मचे घमासान के बीच, समाजवादी पार्टी अब टूटने की कगार पर खड़ी है।रविवार का दिन सपा के लिए भारी उठापटक और हंगामेदार रहा। एक के बाद एक बड़े फैसले लिए गए। बर्खास्तगी और निष्कासन का दौर चला। लेकिन ये दौर अभी खत्म नहीं हुआ है, आज का दिन भी समाजवादी के लिए काफी हंगामेदार हो सकता है। रविवार के दिन चुप्पी साधे रहे सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने आज 10 बजे एक बड़ी बैठक बुलाई है। जिसमें मुलायक कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। सबकी निगाहें आज इसी बैठक पर टिकी हैं। मुलायम के लिए अब पार्टी को एकजुट कर पाना न सिर्फ सबसे बड़ी चुनौती है, बल्कि उनके राजनीतिक जीवन की संभवत सबसे कड़ी परीक्षा भी है।
रविवार को हुई बैठक के बारे में मुलायम सिंह ने कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि आज कुछ नहीं कहूंगा, कल बैठक के बाद बोलूंगा, जो पूछना है पूछ लेना। यानी सोमवार को मुलायम पूरे मामले पर अपना बयान दे सकते हैं। इस अहम बैठक में सभी मंत्री, विधायक, सांसद, एमएलसी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी इस बैठक का अहम हिस्सा होंगे।
हालांकि रिपोर्ट्स बताती हैं कि समाजवादी पार्टी टूट चुकी है, बस आज इसका औपचारिक ऐलान होना बाकी है। कुछ रिपोर्ट्स में तो यहां तक भी दावा किए जा रहे हैं कि टीम अखिलेश ने न सिर्फ नई पार्टी का नाम तय कर लिया है, बल्कि नई पार्टी का चुनाव चिन्ह भी चुन लिया है। जब तक औपचारिक तौर पर कोई ऐलान नहीं हो जाता, तब तक इस तरह की अटकलें लगती ही रहेंगी।
सपा में मचे घमासान पर मुलायम सिंह यादव ने पार्टी के मौजूदा हालात पर भावुक होते हुए चिंता जताई। नाराजगी जाहिर करते हुए मुलायम ने कहा कि जब मैं रामगोपाल से मिलना चाह रहा था तो वो वक्त देकर कहीं और चले गए।
मतलब साफ है कि अब रामगोपाल मुलायम से मिलना तक नहीं चाहते, ऐसे में मुलायम का रामगोपाल को और अखिलेश का शिवपाल को बर्खास्त करना.. ये साबित कर चुका है कि समाजवादी पार्टी अब परिवार का पार्टी नहीं रही है। सपा के परिवार में फूट का ऊंट अब किस करवट बैठेगा, ये आज बैठक में साफ हो जाएगा।