यूपी के सबसे बड़े सियासी कुनबे की दरार अब इस कदर बढ़ गई कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने मंगलवार को यूपी चुनाव के बाद नई पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने इटावा में बोलते हुए कहा, ’11 मार्च को नतीजे आएंगे, जिसके बाद तुम सरकार बनान और मैं नई पार्टी बनाउंगा।’
शिवपाल ने जसवंतनगर विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने के बाद नुमाइश पंडाल में आयोजित जनसभा में यह ऐलान किया। शिवपाल यादव ने कहा कि जो चाहे मुझसे ले लो लेकिन नेताजी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकते। मरते दम तक नेताजी के साथ रहेंगे और उनका आदेश मानेंगे। उन्होंने कहा कि मेहरबानी हो गई कि टिकट दे दिया नहीं तो फिर निर्दलीय ही चुनाव लड़ना पड़ता।
शिवपाल यादव ने कहा कि अभी हमने पर्चा भर दिया है। कल तक बहुत सी अटकलें लगाई जा रही थी लेकिन हमने साईकिल और सपा से पर्चा भर दिया है। शिवपाल ने मुलायम सिंह यादव के बारे में भी बयान दिया।
टिकट बंटवारे से नाराज हैं शिवपाल
दरअसल सपा की कमान अखिलेश यादव के हाथों में पूरी तरह से आने के बाद शिवपाल यादव पार्टी में एकदम हाशिए पर पहुंच गए हैं। दरअसल जब वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे तो उन्होंने मुलायम सिंह के साथ मिलकर दिसंबर में प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। उसके बाद पार्टी में जबर्दस्त घमासान के बाद अंतिम रूप से जब कमान अखिलेश को मिली तो उन्होंने उस सूची को खारिज कर दिया और अपनी नई सूची जारी की। उसके बाद शिवपाल और मुलायम समर्थकों के टिकट काटकर अखिलेश ने अपने समर्थकों को टिकट दिए। पिता-पुत्र में सुलह होने के बाद मुलायम ने अपने 38 समर्थकों की सूची अखिलेश काे दी थी। अखिलेश ने उसमें से भी कुछ लोगों को टिकट नहीं दिया। मुलायम ने जब पहली बार ये 38 नाम दिए थे तब उसमें शिवपाल का नाम नहीं था और उनकी जगह बेटे आदित्य का नाम था। बाद में शिवपाल का नाम उसमें जोड़ा गया। शिवपाल यादव इटावा की जसवंतनगर सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं।