उत्तर प्रदेश में एसपी-कांग्रेस गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार नहीं करने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘यह कहना गलत होगा कि CM पद की उम्मीदवार नहीं रहने के कारण मैंने चुनाव प्रचार नहीं किया। मुझे कानपुर और वाराणसी में रैलियां करनी थीं, लेकिन सेहत ठीक नहीं होने के कारण मैं प्रचार में हिस्सा ले सकने में असमर्थ हूं।’ कांग्रेस-एसपी गठबंधन के बारे में शीला ने कहा, ‘गठबंधन का स्वागत किया जाना चाहिए। अखिलेश की छवि अन्य किसी से भी काफी अच्छी है। मायावती के पास अखिलेश जैसी शैली नहीं है और बीजेपी के पास यूपी में कोई चेहरा नहीं है।’
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने प्रदेश का कई बार दौरा किया है, लेकिन हम सब जानते हैं कि वह उत्तर प्रदेश के CM नहीं बन सकते। शीला ने यह भी उम्मीद जताई कि गठबंधन के कारण मुस्लिम समुदाय का समर्थन मिलेगा। उन्होंने साथ ही कहा कि यादव समुदाय भी गठबंधन रके साथ है और राहुल और अखिलेश के एक साथ प्रचार करने की वजह से अच्छा प्रभाव पड़ेगा।