अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित किये जाने के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई थी और हर किसी की निगाहें इस बात पर टिकी थी कि आखिर अखिलेश का अगला पड़ाव क्या होगा। क्या वो नई पार्टी बनायेंगे या फिर सुलह कि गुंजाइश अब भी बाकी है। इस तरह की सभी अटकलों पर विराम लग गया है।मुलायम सिंह यादव के साथ अखिलेश यादव और आजम खान की बैठक के बाद अखिलेश और रामगोपाल यादव का निष्कासन वापस ले लिया गया है।
अब एक बार फिर दोनों की पार्टी में वापसी हो गई है। माना जा रहा है कि आजम खान ने मध्यस्थता की भूमिका निभाई। उसी का नतीजा है कि एक बार फिर सुलह की गुंजाइश बनी और सपा सुप्रीमो ने बैठक खत्म होने के तत्काल बाद अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव के निष्कासन को रद्द करते हुए उनकी पार्टी में वापसी का फैसला लिया।
इस बैठक में शिवपाल और अबू आजमी भी मौजूद थे। बैठक में आजम ने अखिलेश के साथ मिलकर अमर सिंह को निकालने की मांग भी की। आजम ने कहा कि अगर अमर सिंह को निकाला जाता है तो सब ठीक हो जाएगा।
शिवपाल यादव ने ट्विटर पर पोस्ट करके इस बात की जानकारी दी कि अब पार्टी में सब ठीक है साथ ही अखिलेश और रामगोपाल यादव का निष्कासन वापस ले लिया गया है।
नेताजी के आदेश अनुसार अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव का पार्टी से निष्कासन तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है। सब साथ (1/2)
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) December 31, 2016
आपको बता दें कि शुक्रवार को पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर तनाव इतना बढ़ गया कि पाँच साल पहले जिस बेटे को विरासत सौंपी थी उसी को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था।