पाकिस्तान के पूर्व आर्मी चीफ जनरल राहिल शरीफ का कार्यकाल नहीं बढ़ाने से एक शख्स इतना दुखी हो गया कि उसने जहर खा कर अपनी जान ही दे दी। लुत्फ-ए-अमीमी शिबली नाम का ये शख्स राहिल शरीफ का कट्टर समर्थक था। और 1 नवंबर से कराची प्रेस क्लब के बाहर राहिल शरीफ का कार्यकाल बढ़ाए जाने को लेकर भूख हड़ताल पर बैठा हुआ था।
पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख जनरल राहिल शरीफ को कार्यकाल विस्तार नहीं दिए जाने से खफा श्रमिकों के एक पूर्व नेता ने कीटनाशक पीकर जान दे दी। राहिल शरीफ का कट्टर समर्थक लुत्फ-ए-अमीमी शिबली नाम का ये शख्स 1 नवंबर से कराची प्रेस क्लब के बाहर राहिल शरीफ का कार्यकाल बढ़ाए जाने को लेकर भूख हड़ताल पर बैठा हुआ था।
शबीली ने आगा खान यूनिवर्सिटी अस्पताल में बुधवार को दम तोड़ा। शबीली ने सोमवार सुबह कीटनाशक की बोतल पी ली थी। शबीली को पहले जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर ले जाया गया। बाद में शबीली को आगा खान यूनिवर्सिटी अस्पताल शिफ्ट किया गया था।
बता दें कि 29 नवंबर को ही राहिल शरीफ पाकिस्तानी सेना के प्रमुख (चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ) पद से रिटायर हुए हैं। उनकी जगह जनरल कमर जावेद बाजवा ने पाक सेना प्रमुख का चार्ज संभाला है।
‘द न्यूज’ की रिपोर्ट के मुताबिक शबीली के बेटे अहमद मामूल अमीमी ने कहा है कि उसके पिता जुबान के पक्के थे और वो सियासी नेताओं जैसे नहीं थे “जब सरकार ने जनरल राहिल शरीफ को विस्तार नहीं दिया तो उन्होंने जान दे दी”
नए आर्मी चीफ के नाम के एलान के दो दिन बाद शबीली ने सोमवार सुबह चिट्ठी लिखी थी” इस चिट्ठी में शबीली ने लिखा था- “अब भी वक्त है, अगर पूरा देश सड़कों पर उतर आए तो सरकार को अपने फैसले को बदलने के लिए मजबूर होना होगा।”