ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद चीन ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री को बातचीत के लिए आमंत्रित किया हैं। ऐसी कयास लगाई जा रही हैं कि पाकिस्तान की चिंताओं को दूर करने के लिए बीजिंग ने यह कदम उठाया है। गौरतलब है कि ब्रिक्स देशों ने पहली बार लश्क-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों का जिक्र किया है।