
अल-सईद बताते हैं, “हमने युद्ध, संघर्ष और संकट के समय काम किया। यहां तक कि जब बिजली और पानी की आपूर्ति बंद हुई, हमने तब भी काम नहीं रोका। लंबे समय के लिए हमारा इंटरनेट कनेक्शन भी कटा रहा।”




बिना किसी बाहरी मदद के अल-सईद ने अपना काम जारी रखा। उन्होंने सरकारी दस्तावेजों से लेकर नक्शों, पारिवारिक तस्वीरों और दुलर्भ किताबों का डिजिटल वर्जन तैयार किया ।































































