अलेप्पो के अख़बारों की डिजिटल कॉपी तैयार करते समय 19वीं सदी के दस्तावेजों का भी आर्काइव्स तैयार किया गया। अल-सईद ने जितनी चीजों का डिजिटल संस्करण तैयार किया उनमें से ज्यादातर चीजें अब नष्ट हो चुकी हैं।
जब सीरिया का संघर्ष तेज होने लगा और उनके स्टूडेंट दोस्त उन्हें छोड़कर जाने लगे तभी अल-सईद का परिवार वहीं बने रहे। इसकी एक वजह यह भी थी कि वे अपनी किताबों से अलग होने के बारे में सोच नहीं सकते थे।
वह कहते हैं, “इनसे अलग होने बहुत मुश्किल है।” वे अब भी आर्काइव तस्वीरें कनाडा में मौजूद अपने एक दोस्त की मदद से अपलोड करते हैं। अल-सईद की ये आर्काइव तस्वीरें उनके लिए भी अहम हैं जो शहर में बने हुए हैं और उनके लिए भी जो यहां से जा चुके हैं।
जंग शुरू होने से पहले अलेप्पो में 20 लाख से ज्यादा बड़ी आबादी रहती थी लेकिन अब आंकड़ें बताते हैं कि यह आधी से भी कम रह गई है।
(खबर इनपुट बीबीसी हिंदी)