कहीं सीरिया की वजह से खराब ना हो जाए ट्रम्प-पुतिन के रिश्ते

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अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि यह मिसाइल हमला करने से पहले उन्होंने रूसी सेना को इसकी जानकारी दे थी। साथ ही, यह भी साफ किया गया है कि जिन इलाकों में रूसी सेना मौजूद है, उन्हें निशाना नहीं बनाया गया है। वैसे ट्रंप प्रशासन ने यह भी साफ कहा है कि इन हमलों के लिए उसने रूस से किसी तरह की स्वीकृति नहीं मांगी है। रूस और ट्रंप के आपसी संबंधों को लेकर चल रहे विवाद के लिहाज से देखें, तो यह पूरा मामला बेहद दिलचस्प हो दाता है। शायद यही वजह है कि ट्रंप प्रशासन को रूस से अनुमति नहीं लिए जाने संबंधी सफाई पेश करनी पड़ी। फ्लोरिडा के अपने रिसॉर्ट से दिए गए संबोधन में ट्रंप ने कहा, ‘इतने सालों से असाद के बर्ताव को बदलने की सारी कोशिशें नाकाम साबित हुई हैं। असद ने बार-बार ऐसी कोशिशों को निराश किया है।’

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