अब जबकि अमेरिका ने मसूद अजहर पर बैन लगाने के लिए यूएन का रुख किया है तो एक बार फिर इस फैसले के हक में संभावना बनती दिख रही है। हालांकि मसूद पर चीन के अड़ियल रवैये में किसी तरह का बदलाव नजर नहीं आ रहा है।
सिक्यॉरिटी काउंसिल में सिर्फ चीन ही यह रोक लगा रहा है। यूएन द्वारा बैन लगाए जाने पर अजहर की संपत्तियां जब्त हो जातीं और उसके यात्रा करने पर पाबंदी होती। भारत ने कहा है कि इस प्रस्ताव को चीन के अलावा प्रतिबंध लगाने वाली कमिटी के सभी सदस्यों का जबरदस्त समर्थन मिला था।































































