अमेरिका ने वित्त वर्ष 2018 में भारत को मिलने वाली आर्थिक मदद में कटौती करने की योजना बनाई है। हालांकि उसने पाकिस्तान को मिलने वाली 20 करोड़ डॉलर की अमेरिकी सहायता को यथावत रखा है। अमेरिका की ओर से दूसरे देशों को दिए जाने वाले बजट के संवेदनशील दस्तावेजों से इसका खुलासा हुआ है।
फिलहाल अमेरिका की ओर से इसकी घोषणा नहीं की गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से आर्थिक मदद में कटौती को भारत के लिए करारा झटका माना जा रहा है। अभी तक अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को भारत समर्थक और पाकिस्तान विरोधी माना जा रहा था, लेकिन ट्रंप प्रशासन की बजट कटौती की योजना ने इस नजरिए को बदल दिया है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पर्यावरण संरक्षण के लिए खर्च में कटौती की थी, जिसका जमकर विरोध हो रहा है।
15 पेज के लीक दस्तावेज के मुताबिक ट्रंप प्रशासन अमेरिकी रक्षा बजट में 10 फीसदी की बढ़ोत्तरी के साथ 54 अरब डॉलर करना चाहता है, जिसको पूरा करने के लिए यह कटौती की जा रही है। काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस में भारत, पाकिस्तान और साउथ एशिया मामले की वरिष्ठ विशेषज्ञ एलिस आयरेस का कहना है कि अभी तक ट्रंप प्रशासन को भारत समर्थक के रूप में देखा जाता रहा है, लेकिन अमेरिका की इस योजना से उनको चिंता होने लगी है।
Checked Tillerson transcript to see if my initial impression–not a word on India/Af/Pak/SAsia–was wrong. Alas, no. https://t.co/1HVbryD3l2
— Alyssa Ayres (@AyresAlyssa) May 3, 2017
आयरेस अमेरिकी विदेश विभाग के दक्षिण एशिया मामले की डिप्टी असिस्टेंट सेक्रेटरी भी रह चुकी हैं। लीक अमेरिकी दस्तावेज के अनुसार अमेरिका भारत को विकास कार्य के लिए दिए जाने वाले 1.92 करोड़ डॉलर और इकोनॉमिक सपोर्ट फंड के रूप में दिए जाने वाले 82 लाख डॉलर की मदद को पूरी तरह से बंद कर देगा। इसके अलावा अमेरिका की ओर से वैश्विक स्वास्थ्य में खर्च किए जाने वाली धनराशि में 50 फीसदी की कटौती की जाएगी। इसमें पाकिस्तान भी शामिल है। इसके अलावा चीन को विकास कार्यों के मिलने वाली मदद को भी ट्रंप बंद करने की योजना में हैं।