बीजेपी के विजय रथ को रोकने के लिए विपक्षी दलें एकजुट हो रही हैं। और इस काम में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पूरी तन्मयता से जुटे हैं। पिछले दिनों बसपा सुप्रीमो मायावती के बीजेपी विरोधी खेमे में जुड़ने पर विचार की बात के पीछे लालू की कोशिशों को ही वजह माना जा रहा है।
मायावती इससे पहले तक ऐसे किसी गठबंधन में शामिल होने की बात को खारिज करती रही थी, जिसमें समाजवादी पार्टी भी शामिल हो। हालांकि मायावती ने पिछले महीने अंबेडकर जयंती के मौके पर पार्टी कार्यक्रम में यह ऐलान किया कि उन्हें बीजेपी विरोधी दलों से हाथ मिलाने से परहेज नहीं होगा।
लालू के करीबी माने जाने वाले एक नेता बताते हैं कि मायावती की इस ऐलान से दो दिन पहले ही आरजेडी प्रमुख ने उन्हें फोन कर महागठबंधन में शामिल होने पर लंबी बातचीत की थी। उनके मुताबिक, मायावती लालू की इस बात पर सहमत थीं कि बीजेपी को रोकने और अपना वोटर बेस संभालने के लिए उन्हें समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर महागठबंधन करना चाहिए।