सोमवार को जारी बिम्सटेक घोषणा-पत्र में किसी अंतरराष्ट्रीय संगठन की तरफ से पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए अब तक की सबसे कड़ी फटकार है। इसमें आतंकवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से जताई गई चिंताओं पर मुहर लगाई गई है। इसमें कहा गया है, ‘इस पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता को आतंकवाद की वजह से सबसे बड़ा खतरा पैदा हो गया है। हम हाल के दिनों में इस क्षेत्र में हुई खौफनाक आतंकी घटनाओं की जोरदार शब्दों में निंदा करते हैं। हम समझते हैं कि सिर्फ आतंकियों और उनके संगठनों के खिलाफ ही कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। उन्हें पनाह देने वाले, वित्तीय मदद देने वाले और उनका गुणगान करने वाले देशों के खिलाफ भी कठोरतम कार्रवाई होनी चाहिए।’
हिजबुल आतंकी बुरहान बानी को शहीद बताने वाले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की तरफ इशारा करते हुए कहा गया है कि किसी आतंकी को शहीद नहीं बताया जाना चाहिए। पाकिस्तान के लिए बिम्सटेक के बेहद कड़े संदेश का अपना महत्व है। एक तो इसमें सार्क के ज्यादातर देश शामिल हैं। साथ ही म्यांमार और थाईलैंड जैसे देश भी शामिल हैं, जो सीधे तौर पर आतंकवाद से प्रभावित नहीं हैं।