बॉब डिलन को दिया जाएगा साहित्‍य का नोबेल पुरस्‍कार

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अमेरिकी गीतकार

अमेरिकी गीतकार, कलाकार और लेखक बाॅब डिलन को इस साल का साहित्‍य का नोबेल पुरस्‍कार दिया जाएगा। उन्‍हें यह पुरस्‍कार ”महान अम‍ेरिकी गीत परंपरा के भीतर नए काव्‍य भाव रचने के लिए” दिया गया है। 75 साल के डिलन पांच दशकों से भी ज्‍यादा समय से लोकप्रिय संगीत और संस्‍कृति में प्रभावी शख्सियत रहे हैं। उनके ज्‍यादातर मशहूर गाने 1960 के दशक के हैं जब उनके गीतों में सामाजिक बेचैनी मुखर होती थी हालांकि डिलन ने हमेशा पत्रकारों की इस बात को नकार दिया कि वे अपनी पीढ़ी के प्रवक्‍ता थे। डिलन के शुरुआती गाने जैसे “Blowin’ in the Wind” और “The Times They Are a-Changin” अमेरिकी सिविल राइट्स और एंटी वार आंदोलन का गान बन गए। साहित्‍य के नोबेल के लिए अमेरिकी नॉवेलिस्ट डॉन डेलिल्‍लो भी दावेदार बनकर उभरे थे। साहित्‍य के नोबेल का ऐलान स्‍वीडिश एकेडमी की स्‍थायी सचिव सारा डेनियस ने किया। 2015 का साहित्‍य नोबेल स्‍वेंतलाना एलेक्सिविच को दिया गया था। 1901 से अब तक साहित्‍य के 108 नोबेल पुरस्‍कार दिए जा चुके हैं। सात मौकों- 1914, 1918, 1935, 1940, 1941, 1942, and 1943 पर किसी को भी साहित्‍य का नोबेल नहीं दिया गया।

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अभी तक इस साल के रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, चिकित्सा शास्त्र, अर्थशास्त्र और शांति क्षेत्र के लिए नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की गई थी। नोबेल पुरस्कार की स्थापना 1896 में वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल ने की थी। अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार शुरुआती नोबेल पुरस्कारों में शामिल नहीं था। स्वीडेन के सेंट्रल बैंक ने 1968 में इस पुरस्कार की घोषणा की। नोबेल पुरस्कार जीतने वालों को करीब 80 लाख स्वीडिश क्रोनर (करीब छह करोड़ रुपये) पुरस्कार के तौर पर मिलते हैं। सभी पुरस्कार विजेता 10 दिसंबर को अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि पर स्वीडेन में पुरस्कार ग्रहण करते हैं।

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