चीन के शियामेन में सोमवार (आज) से शुरू हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन से पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि इस सम्मेलन का इस्तेमाल कूटनीति के मायनों को कायम रखने के लिए होना चाहिए ताकि ‘बेहद गर्म मुद्दो’ को भी सुलझाने में मदद मिल सके। जिनपिंग इस दौरान डोकलाम पर भारत के साथ विवाद का जिक्र किए बिना सामंजस्य लहजे में बात करते नजर आए और जोर देकर कहा कि किसी भी मसले को सुलझाने के लिए ‘शांति और विकास’ उसका आधार होना चाहिए और कोई देश लड़ाई नहीं चाहता।
जिनपिंग ने कहा, ‘वैश्विक शांति और स्थायित्व के लिए हम ब्रिक्स देशों को जिम्मेदारी दिखानी चाहिए।’ बहरहाल, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम राष्ट्राध्यक्ष ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रविवार को चीन पहुंच चुके हैं।
माना जा रहा है कि पीएम मोदी और जिनपिंग की मंगलवार को मुलाकात हो सकती है। करीब 73 दिन चले डोकलाम विवाद के बाद ये पहली बार होगा जब मोदी और जिनपिंग मिलेंगे।