भारत-अमेरिका ने पाकिस्तान को फटकारा, ‘सदाबहार दोस्त’ चीन ने दुलारा

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आतंक
फाइल फोटो

अमेरिका और भारत द्वारा पाकिस्तान को सीमा पार आतंक रोकने की नसीहत के एक दिन बाद इस्लामाबाद के ‘सदाबहार दोस्त’ चीन ने पाकिस्तान का पुरजोर बचाव किया है। पाकिस्तान के समर्थन में उतरते हुए पेइचिंग ने तो इस्लामाबाद को वैश्विक आतंक के खिलाफ लड़ने वाला अगुआ तक बता दिया है।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कंग ने बुधवार को पत्रकारों को बताया, ‘चीन का मानना है कि आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की जरूरत है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आंतक के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के प्रयासों को पूरा श्रेय देना चाहिए।’ गौरतलब है कि चीन का यह बयान भारत-अमेरिका द्वारा सोमवार को जारी किए गए संयुक्त बयान के बाद आया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच हुई बैठक के बाद यह बयान जारी किया गया था। बयान में पाकिस्तान को सीमा पार आतंक रोकने की नसीहत दी गई थी। अमेरिका और भारत ने पाकिस्तान से कहा था कि वह अपनी जमीन से सीमा पार आतंकी गतिविधियों को रोके।

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कंग ने कहा, ‘हमें मानना होगा कि पाकिस्तान आंतकवाद से लड़ने के लिए पूरी ताकत लगा रहा है।’ अमेरिका में जारी संयुक्त बयान में पाकिस्तान से मुंबई हमले और पठानकोट हमले के साजिशकर्ताओं को सजा देने की बात कही गई थी। साथ ही सीमा पार आतंकवाद रोकने की भी ताकीद की गई थी।

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मोदी और ट्रंप के बीच हुई बैठक में दोनों देशों ने आंतकवाद के खात्मे की बात की थी। बयान में आतंकियों के पनाहगाहों को भी ध्वस्त करने की बात कही गई थी। मोदी और ट्रंप की बैठक से पहले ही अमेरिका ने हिज्बुल मुजाहिदीन का सरगना सैयद सलाउद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया था। वॉशिंगटन के इस कदम को पाकिस्तान को सख्त संदेश के तौर पर देखा गया। अमेरिकी राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने आतंकी सगंठनों अल-कायदा, ISIS, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और दाउद इब्राहिम के गैंग से निपटने के लिए आपसी सहयोग मजबूत करने पर बल दिया था।

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