सोशल मीडिया और कई सामाजिक संगठनों द्वारा दिवाली पर चीनी सामानों का बहिष्कार करने की अपील का असर दिख रहा है। इस बार बाजारों में चीनी सामानों की खरीदारी कम हो रही है। लोग स्वदेशी दीए, सजावट के सामान और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां खरीद रहे हैं। इससे पहले पिछले कई सालों से दिवाली के मौके पर चीनी सामानों की जमकर खरीदारी होती थी। इस बीच, गुरुवार को चीन ने भारत को चेतावनी देते हुए कहा है कि उसके सामानों का बहिष्कार करने से दोनों देशों के संबंधों और निवेश पर असर पड़ सकता है। नई दिल्ली स्थित चीनी दूतावास के प्रवक्ता जी लियान ने कहा, “चीन इस तरह के बहिष्कार से चिंतित है, इसका चीनी इन्टरप्रेन्यूर पर नकारात्मक असर पड़ सकता है, इसके साथ ही दोनों देशों के बीच के संबंध और निवेश पर भी उसका असर पड़ सकता है जो चीन और भारत दोनों देशों के लोग देखना पसंद नहीं करेंगे।”
दक्षिण एशिया में भारत चीन का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और चीन के लिए नौवां सबसे बड़ा निर्यातक बाजार है। कई संगठनों ने इस बाच दिवाली पर चीनी सामानों के बहिष्कार का एलान किया है लेकिन भारत सरकार की तरफ से ऐसा कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।