संयुक्त राष्ट्र संघ, पीटीआई के हवाले से खबर है कि संयुक्त राष्ट्र के सामने मांग रखी है कि जो भी मुल्क आतंक के रखवाले हैं और जो आतंकियो को सुरक्षा प्रदान करते हैं, उन्हें अवश्य आतंक के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। ये बात comprehensive convention on International terrorism (CCIT) में भारत की ओर से कही गयी। यही नहीं इस पर जल्द प्रतिक्रिया की भी मांग की गई है। संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रतिनिधि सय्यद अकबरुद्दीन ने कहा कि हर वो खतरा जो विश्व के लिए है उसमे आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा है।
ये वो खतरा है जिसमें मासूम अपनी जान गवां देते हैं। अकबरूदीन ने भारत कि आवाज़ कि सराहना करते हुए कहा कि उसके मजबूत इरादों को कोई हिला नहीं सकता और कोई भी राजनीतिक, न्यायिक या अन्य तर्क आतंकवाद की सराहना के लिए या उसे बढ़ावा देने के लिए नहीं इस्तेमाल किया जा सकता।